| |
|
१७. श्री १००८ कुन्थुनाथ भगवान का परिचय
|
| |
|
|
|
|
|
|
| भगवान का चिन्ह |
:: |
बकरा |
| देवगति से पूर्व भव का नाम |
:: |
सिंहरथ |
| कहां से आये |
:: |
सर्वाथसिद्धि |
| गर्भ कल्याण तिथि |
:: |
श्रावण कृष्ण दसमी |
| जन्म कल्याण की तिथि |
:: |
बैशाख शुक्ल एकम |
| जन्म नगरी |
:: |
हस्तिनापुर |
| वंश |
:: |
कुरू |
| पिता का नाम |
:: |
सूर्यसेन |
| माता का नाम |
:: |
श्रीमती |
| आयु |
:: |
पिच्यान्वे हजार वर्ष |
| ऊंचाई |
:: |
पैंतीस धनुष |
| वर्ण |
:: |
स्वर्ण |
| वैराग्य का कारण |
:: |
जातिस्मरण |
| दीक्षा की तिथि |
:: |
बैशाख शुक्ल एकम |
| दीक्षा का समय |
:: |
अपरान्ह |
| दीक्षा नगरी |
:: |
हस्तिनापुर |
| दीक्षा वन |
:: |
सहेतुक |
| दीक्षा पालकी |
:: |
विजया |
| दीक्षा वृक्ष |
:: |
तिलक |
| दीक्षा समय उपवास |
:: |
तृतीय भक्त |
| सह दीक्षित |
:: |
एक हजार |
| प्रथम आहार नगरी |
:: |
मन्दरपुर |
| प्रथम आहार किसने दिया |
:: |
धर्ममित्र |
| प्रथम आहार में क्या दिया |
:: |
गौ क्षीर से बने पकवान |
| छद्मस्थकाल |
:: |
सोलह वर्ष |
| केवल ज्ञान तिथि |
:: |
चैत्र शुक्ल तीज |
| केवल ज्ञान समय |
:: |
अपरांह |
| केवल ज्ञान का स्थान |
:: |
हस्तिनापुर |
| केवल ज्ञान वन |
:: |
सहेतुक वन |
| केवल ज्ञान वृक्ष |
:: |
तिलक |
| समवशरण का व्यास |
:: |
चार योजन |
| समवशरण में कुल मुनियों की संख्या |
:: |
साठ हजार |
| समवशरण में कुल आर्यिकाओं की
संख्या |
:: |
साठ हजार तीन सौ पचास |
| कुल गणधर |
:: |
पैंतीस |
| मुख्य गणधर का नाम |
:: |
स्वयंभू |
| मुख्य आर्यिका नाम |
:: |
भाविता |
| कुल श्रावक |
:: |
एक लाख |
| कुल श्राविका |
:: |
तीन लाख |
| मुख्य श्रोता |
:: |
नारायण |
| केवल ज्ञान के पूर्व उपवास |
:: |
षष्टोपवास तीन उपवास |
| कितने यतिगण सिद्ध हुए |
:: |
छियालीस हजार आठ सौ |
| अनुबद्ध केवली की कुल संख्या |
:: |
चौबीस |
| केवली काल का समय |
:: |
सोलह वर्ष कम तेइस हजार सात सौ पचास वर्ष |
| मोक्ष की तिथि |
:: |
बैशाख शुक्ल एकम |
| मोक्ष का समय |
:: |
अपरांह |
| मोक्ष का स्थान |
:: |
सम्मेद शिखर (ज्ञानधरकूट) |
| साथ में मोक्ष जाने वालों की
संख्या |
:: |
एक हजार |
| योग निवृत्ति |
:: |
एक मास पूर्व |
| मोक्ष के समय का आसन |
:: |
खड्गासन |
| भगवान के समय चक्रवर्ती |
:: |
स्वयं |
| भगवान के समय बलदेव |
:: |
कोई नहीं |
| भगवान के समय नारायण |
:: |
कोई नहीं |
| भगवान के समय प्रतिनारायण |
:: |
कोई नहीं |
| भगवान के समय रुद्र |
:: |
कोई नहीं |
| भगवान के समय यक्ष |
:: |
गन्धर्व |
| भगवान के समय यक्षिणीयां |
:: |
जयागान्धारी |
| भगवान का विशेष पद |
:: |
चक्रवर्ती |
| |
|
|