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२४. श्री १००८ महावीर स्वामी भगवान का परिचय
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भगवान का चिन्ह |
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सिंह |
देवगति से पूर्व भव का नाम |
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नन्द |
कहां से आये |
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पुष्पोत्तर |
गर्भ कल्याण तिथि |
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आषाढ़ शुक्ल छठ |
जन्म कल्याण की तिथि |
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चैत्र शुक्ल तेरस |
जन्म नगरी |
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कुण्डलपुर |
वंश |
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नाथ |
पिता का नाम |
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सिद्धार्थ |
माता का नाम |
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त्रिशला |
आयु |
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बहत्तर वर्ष |
ऊंचाई |
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सात हाथ |
वर्ण |
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स्वर्ण |
वैराग्य का कारण |
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जातिस्मरण |
दीक्षा की तिथि |
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मार्गशीर्ष कृष्ण दसमी |
दीक्षा का समय |
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अपरान्ह |
दीक्षा नगरी |
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कोई नहीं |
दीक्षा वन |
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नाथ वन |
दीक्षा पालकी |
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चन्द्रप्रभा |
दीक्षा वृक्ष |
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शाल |
दीक्षा समय उपवास |
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तृतीय भक्त |
सह दीक्षित |
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एकाकी |
प्रथम आहार नगरी |
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कूलग्राम (कुण्डलपुर) |
प्रथम आहार किसने दिया |
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राजा कूल |
प्रथम आहार में क्या दिया |
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गौ क्षीर से बने पकवान |
छद्मस्थकाल |
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बारह वर्ष |
केवल ज्ञान तिथि |
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बैशाख शुक्ल दसमी |
केवल ज्ञान समय |
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अपरान्ह |
केवल ज्ञान का स्थान |
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ऋजुकूलातीर |
केवल ज्ञान वन |
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मनोहर वन |
केवल ज्ञान वृक्ष |
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शाल |
समवशरण का व्यास |
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एक योजन |
समवशरण में कुल मुनियों की संख्या |
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चैदह हजार |
समवशरण में कुल आर्यिकाओं की
संख्या |
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छत्तीस हजार |
कुल गणधर |
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ग्यारह |
मुख्य गणधर का नाम |
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इन्द्रभूति |
मुख्य आर्यिका नाम |
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चन्दना |
कुल श्रावक |
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एक लाख |
कुल श्राविका |
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तीन लाख |
मुख्य श्रोता |
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श्रेणिक |
केवल ज्ञान के पूर्व उपवास |
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वेला दो उपवास |
कितने यतिगण सिद्ध हुए |
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चार हजार चार सौ |
अनुबद्ध केवली की कुल संख्या |
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तीन |
केवली काल का समय |
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तीस वर्ष |
मोक्ष की तिथि |
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कार्तिक कृष्ण अमावस्या |
मोक्ष का समय |
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अपरान्ह |
मोक्ष का स्थान |
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पावानगरी पद्म सरोवर |
साथ में मोक्ष जाने वालों की
संख्या |
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कोई नहीं |
योग निवृत्ति |
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दो दिन |
मोक्ष के समय का आसन |
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खड्गासन |
भगवान के समय चक्रवर्ती |
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कोई नहीं |
भगवान के समय बलदेव |
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कोई नहीं |
भगवान के समय नारायण |
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कोई नहीं |
भगवान के समय प्रतिनारायण |
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कोई नहीं |
भगवान के समय रुद्र |
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सात्यकि |
भगवान के समय यक्ष |
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गुहक |
भगवान के समय यक्षिणीयां |
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सिद्धायिनी |
भगवान का विशेष पद |
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बालब्रह्मचारी |
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