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२: श्री १००८ अजितनाथ भगवान का परिचय

 

 

भगवान का चिन्ह :: हाथी
देवगति से पूर्व भव का नाम :: विमल वाहन
कहां से आये :: विजय
गर्भ कल्याण तिथि :: ज्येष्ठ कृष्णा अमावस्या
जन्म कल्याण की तिथि :: माघ शुक्ला दशमी
जन्म नगरी :: अयोध्या
वंश :: इक्ष्वाकु
पिता का नाम :: जीत शत्रु
माता का नाम :: विजया
आयु :: बहत्तर लाख पूर्व
ऊंचाई :: चार सौ पचास धनुष
वर्ण :: स्वर्ण
वैराग्य का कारण :: उल्कापात
दीक्षा की तिथि :: माघ शुक्ला दसमी
दीक्षा का समय :: अपरान्ह
दीक्षा नगरी :: अयोध्या
दीक्षा वन :: सहेतुक
दीक्षा पालकी :: सुप्रभा
दीक्षा वृक्ष :: सप्तपर्ण वृक्ष
दीक्षा समय उपवास :: अष्टमभक्त
सह दीक्षित :: एक हजार
प्रथम आहार नगरी :: अरिष्टपुर
प्रथम आहार किसने दिया :: ब्रह्मा
प्रथम आहार में क्या दिया :: गौ क्षीर से बने पकवान
छद्मस्थकाल :: बारह वर्ष
केवल ज्ञान तिथि :: पौष शुक्ला चौथ
केवल ज्ञान समय :: अपरांह
केवल ज्ञान का स्थान :: अयोध्या
केवल ज्ञान वन :: सहेतुक वन
केवल ज्ञान वृक्ष :: सप्तपर्ण
समवशरण का व्यास :: साढे़ ग्यारह योजन
समवशरण में कुल मुनियों की संख्या :: नौ लाख
समवशरण में कुल आर्यिकाओं की संख्या :: तीन लाख बीस हजार
कुल गणधर :: नब्बे
मुख्य गणधर का नाम :: सिंहसेन
मुख्य आर्यिका नाम :: प्रकुब्जा
कुल श्रावक :: तीन लाख
कुल श्राविका :: पांच लाख
मुख्य श्रोता :: सगर
केवल ज्ञान के पूर्व उपवास :: बेला दो उपवास
कितने यतिगण सिद्ध हुए :: सत्तर हजार एक सौ
अनुबद्ध केवली की कुल संख्या :: चौरासी
केवली काल का समय :: बारह वर्ष एवं एक पूर्व कम एक लाख पूर्व
मोक्ष की तिथि :: चैत्र शुक्ला पंचमी
मोक्ष का समय :: अपरांह
मोक्ष का स्थान :: सम्मेद शिखर (सिद्धवरकूट)
साथ में मोक्ष जाने वालों की संख्या :: एक हजार
योग निवृत्ति :: एक मास
मोक्ष के समय का आसन :: खड्गासन
भगवान के समय चक्रवर्ती :: सगर
भगवान के समय बलदेव :: कोई नहीं
भगवान के समय नारायण :: कोई नहीं
भगवान के समय प्रतिनारायण :: कोई नहीं
भगवान के समय रुद्र :: जितशत्रु
भगवान के समय यक्ष :: महायक्ष
भगवान के समय यक्षिणीयां :: रोहिणी
भगवान का विशेष पद :: मण्डलीक राजा
     

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